हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था
मेरी हड्डी भी वहीँ टूटी हॉस्पिटल जहाँ बंद था
मुझे जिस अम्बुलेंस में बिठाया उसका पेट्रोल खतम था
मुझे रिक्शे से लाया गया क्योंकि उसका किराया कम था
मुझे डॉक्टरों ने उठाया क्योंकि नर्सों में कहाँ दम था
मुझे जिस बेड पे लिटाया उसके नीचे बम था
मुझे बम से उड़ाया गोली में कहाँ दम था
और सड़क पर दफनाया क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था.
Sent By : Rahul, Fatehpur.
वाह! वाह! बहुत पसंद आया!
Kya baat hai BOSS
GAJAB KA LIKHATE HO AUR LIKHO.
wah……………….
meri tarh engineer हो क्या.
wah kamal ka likhate ho bhai best of luck
क्या kahane best of luck
so funny. as you
so funny i like थिस ………………………
बहुत अच्छे ….
wah–2 kya likhte ho lagta hai shaadi ho gai ya girl friend ne dhoka de diya isliye marne pe likhte ho
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